अहंकार घटाने का उपाय :-- अपमान सहने की आदत बनाएं, किन्तु इतना नहीं कि दुष्टों का साहस बढे | बड़ो का पाँव अधिकाधिक छूने का प्रयास करें | EMPATHY का अभ्यास करें , SYMPATHY का नहीं | Sympathy में परायापन है, "दूसरे" के प्रति सहानुभूति है | Empathy में दूसरापन नहीं रहता, दूसरे का दुःख अपना दुःख लगता है | शिशु में यह गुण जन्मजात रहता है, उसे गलत प्रशिक्षण देकर गुमराह हमलोग करते हैं | उसके आत्मज्ञान को दबाकर झूठी अस्मिता (आइडेंटिटी) सिखलाते हैं जो अहंकार बढाती है | इसी गुण (Empathy) को प्राण का आयाम बढ़ाना कहते हैं, ताकि धीरे धीरे पूरा विश्व कुटुम्ब लगे | कलियुग में यह अधिक कठिन है क्योंकि दुष्ट लोग इसका गलत लाभ उठाएंगे | अतः कुत्संग से दूर रहे, फेसबुक पर भी ब्लॉक करने का अभ्यास बढायें | वसुधैव कुटुम्ब उनके लिए है जो कुटुम्ब बनने योग्य हैं, राक्षसों के लिए नहीं | किन्तु राक्षसों से दूर रहने पर भी उनके प्रति भी Empathy का प्रयास करें | अपने शरीर और मन को, अपने अहंकार और सांसारिक परिचय आदि को अपना अस्तित्व, अपनी अस्मिता, न मानें, बल्कि अपने औजार ("करण", अर्थात तीन अन्तःकर
Ajay karmyogi अजय कर्मयोगी शिक्षा स्वास्थ्य संस्कार और गौ संस्कृति साबरमती अहमदाबाद परंपरा ज्ञान चरित्र स्वदेशी सुखी वैभवशाली व पूर्ण समाधान हेतु gurukul व्यवस्था से सर्वहितकारी व्यवस्था का निर्माण